Saturday, August 22, 2009

लगातार बारिश से बाढ़ की स्थिति




बचाव के लिए सेना बुलाई गई

जिले में लगातार हो रही बारिश से कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है । जिले के मैनागुडी इलाके में तिस्ता नदी का तटबंध टूट जाने से लगभग ८०० घर जल मग्न हो गए है। परिस्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने सेना की मदद लेने का फ़ैसला लिया है। सेना के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस के लिए २० पर्वतीय खंड के जवानो व अधिकारियों को बुलाया गया। निर्देश मिलते ही सेना ने इलाके में बचाव कार्य शुरू कर दिया जिसके तहत सेना ने इलाके में राहत शिविर लगा कर पीड़ित परिवारों को बाहर निकालने का काम शुरू कर दिया है । प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रभावितों को खाना व स्वास्थ सेवाएं भी मुहैया करवाने का काम सेना के जवान व अधिकारी कर रहे है । किंतु इलाके में लगातार हो रही वर्षा से बचाव कार्य में बाधाएं आ रही है।

Sunday, August 16, 2009

अरण्यक की मौत

आज एक बार फिर एक हाथी का शावक अपनी जिंदगी की जंग हार गया । लगभग एक साल सात महीने की उम्र वाले इस हाथी शावक की मौत कल रात १३३० बजे गोरुमारा अभयारण के धुपझोरा इलाके में हो गई । जिला वन दफ्तर के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अरण्यक नामक इस हाथी शावक को गत ३० जून को जिले के धुपगुड़ी के रामसाई इलाके से जलढाका नदी से बरामद किया गया था । इसके बाद इसे गोरुमारा अभ्यारण के धुपझोरा के कैंप में रखा गया था। वन दफ्तर के इन विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार अरण्यक को दूध पिलाने की लिए उसे फूलमती नामक पालतू हथिनी के पास रखा गया था किंतु इस हथिनी को ख़ुद का एक बच्चा होने की वजह से उसने अरण्यक को दूध पिलाने से मना कर दिया जिसके वजह से शारीरिक रूप से कमजोर हो चुके अरण्यक ने कल रात दम तोड़ दिया। घटना के सन्दर्भ में जिला वन अधिकारी तापश दास ने बताया की माँ का दूध नही मिलाने की वजह से अरण्यक के लिबर व किडनी ख़राब हो चुके थे जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई।
अरण्यक की इस मौत की वजह से वन प्राणियों की रक्षा करने पर जोर देने वाले संगठनो ने जिला वन विभाग की कार्य शैली पार्ट प्रश्न खडा करना शुरू कर दिया है । गौरे तलब है की पिचले दो वर्षों हाथी शवाक की मौत का यह तीसरा मामला है। इस से पहले सितम्बर २००८ व जनवरी २००८ में क्रमश गणेशी व कोजागर नामक हाथी शावक की मौत हो गई थी ।

Saturday, August 15, 2009

छावनी में हाथी मृत पाया गया




आज तड़के बानरहाट थाना अधीन बिन्नागुरी सैन्य छावनी में स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल के नजदीक एक मादा हाथी के मिट पाये जाने से इलाके में कोहराम मच गया। घटना की जानकारी मिलते ही जलपाइगुरि वन विभाग के अधिकारी घटना स्थल पर पहुच गए और मामले की जांच शुरू कर दी । वन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृत हाथी की उम्र लगभग २८ से ३० साल है । हाथी के मौत के कारणों के सन्दर्भ में जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया की प्राथमिक जांच से यह पता चलता है की बिजली का झटका लगाने की वजह से ही हाथी की मौत हुयी है क्यों की घटनास्थल पर बिजली के तार प्राप्त हुए है किंतु सही कारणों की जानकारी हाथी के पोस्टमार्टम के बाद ही हो पाएगी ।

Monday, August 10, 2009

तृंका के आन्दोलन की वजह से सौमिक को मिला पद भार

बानरहाट तृणमूल कांग्रेस द्वारा बानरहाट एक नंबर ग्राम पंचायत में ग्राम रोजगार सेवक की नियुक्ति की मांग को लेकर आंदोलन पर उतरने की चेतावानी को नज़र में रखते हुए सौमिक भट्टाचार्य को ग्राम सेवक के पद पर नियुक्त कर लिया गया। एक लम्बी लडाई के बाद इस नौकरी को पाकर सौमिक व उसके परिवार के सदस्यों में खुशी की लहर दौर गई।
गौरतलब है की उक्त युवक को ३१/०७/२००८ को बानरहाट थाना अधीन एक नम्बर ग्राम पंचायत में राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना के तहत ग्राम सेवक के पद पर नियुक्त करने का आदेश धुपगुरी प्रखंड के विकाश पदाधिकारी ने जारी किया था। किंतु किन्ही अज्ञात कारणों की वजह से इस ग्राम पंचायत में उक्त युवक को इस पद को ग्रहण करने नही दिया जा रहा था। अपनी इस आप बीती के सन्दर्भ में सौमिक ने बताया की इस नौकरी के पाते ही उसने अपने परिवार के लिए कई सपने संजोये थे । किंतु ग्राम पंचायत द्वारा मना किए जाने की वजह से वह मायुश हो गया था और उसने मदद के लिए सभी प्रसासनिक आधिकारियों से गुहार भी लगाई थी किंतु नतीजा सिफर ही निकला था। अंत में उसने बानरहाट युवा तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्तायों से मदद की अपील की जिसकी वजह से वह आज हकीकत में इस पद को प्राप्त कर सका। सौमिक ने इन कार्यकर्तायों को उनके सहयोग के लिए धन्यबाद भी दिया।
सौमिक की इस लड़ाई में सहयोग करने वाले युवा नेता नयन दता ने बताया की माकपा संचालित इस पंचायत के प्रधान राजनैतिक उद्देश्यों से प्रेरित हो कर सौमिक को उसके अधिकारों से वंचित कर रहे थे इस लिए तृणमूल कांग्रेस ने उनके ख़िलाफ़ आन्दोलन पर जाने की चेतावनी दी थी जिसके तहत आज सुबह ही कार्यकर्तायों ने पंचायत कार्यालय में ताला लगा दिया था किंतु पुलिस व प्रखंड के विकास पदाधिकारी द्वारा आज ही सौमिक को नियुक्त करने के आश्वासन के बाद यह आन्दोलन वापस ले लिया गया जिसके पश्चात् सौमिक को उसके पद का भार सौंप दिया गया। इस पुरे प्रकरण के सन्दर्भ में पंचायत के प्रधान से सम्पर्क करने का प्रयास करने के बावजूद संपर्क न हो सका।

Sunday, August 9, 2009

काठालगुरी चाय बागान की लड़की मालदा से बरामद

सात वर्षों से थी लापता
एक लम्बे अरसे से बंद पड़े काठालगुरी चाय बागान की एक लड़की को आज मालदा से बरामद कर उसके घर वालों को सौंप दिया गया । बरामद लड़की का नाम सुष्मिता दोरजी (१५ ) बताया जा रहा है एव वह पिछले सात वर्षों से लापता थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार सुष्मिता मालदा के एक घर में नौकर का काम कर रही थी। पुलिस के सूत्रों के हवाले मिली जानकारी के अनुसार सात वर्ष पहले सुष्मिता महिला व शिशुओं की तस्करी करने वाले गिरोह के जाल में फँस कर पैसा कमाने के लालच में पहले कर्सेंग के एक घर में काम का रही थी । उसके बाद वह मालदा भेज दी गई । किंतु बानारहाट तृणमूल कांग्रेस के कार्य कर्ताओं की सूझ बुझ से उसे बरामद कर लिया गया। उल्लेखनीय है डूआर्स के चाय बागानों में आर्थिक संकट से ग्रस्त श्रमिकों को पैसे का लालच देकर महिलाओं व बच्चों की तस्करी करने वालों का गिरोह इन इलाकों में काफ़ी सक्रिय हो गया है जिसपर लगाम लगाने पर प्रशासन पुरी तरह नाकाम रहा है।

अ भा आ वि प का ११ को डूआर्स- तराई मे बंद का आवहान

त्रिपक्षीय वार्ता में डूआर्स- तराई को शामिल करने पर जतायी आपति
गोरखालैंड के मुद्दे पर ११ तारीख को दिल्ली में होने वाली त्रिपक्षीय वार्ता को केंद्रित कर अखिल भारतीय आदिवासी विकाश परिषद् ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए इस दिन बारह घंटे डूआर्स - तराई में बंद का आव्हान किया है। आज यह फैसला परिषद् की डूआर्स - तराई कोऑर्डिनेशन कमिटी की नागराकाटा में आयोजित एक बैठक में लिया गया । कमिटी के सचिव जॉन बरला ने इसकी विस्तृत जानकारी देते हुए बताया की परिषद् गोरखालैंड का विरोध कटाई नही करता किंतु इसमे डूआर्स -तराई को शामिल किए जाने के पक्ष में कभी नही है । इस लिए इस दिन बंद का आवहान किया गया है । उन्होंने ने बताया की इस दिन सुबह ६ बजे से लेकर शाम ६ तक यह बंद चलेगा व इस दौरान केवल जरुरी परिशेवाओं के साथ चाय बागानों को छुट दी जायेगी। इसके अलावा वाहन , कार्यालय, दुकान इत्यादि बंद रहेंगे। गौरतलब है की ११ तारीख को ही शिव सेना व आमरा बंगाली नामक दो और संगठनो ने भी इसी मुद्दे को केंद्रित कर बंद का आवहान किया है।

Friday, August 7, 2009

रंग लाई अ भा आ वि प की पहल

सोमवार से शुरु होगी भरती प्रक्रिया
लगभग ३०० विद्यार्थियों के नामांकन के लिए लंबे समय से आन्दोलन कर रहे अ भा आ वि प की बानरहाट ईकाई की मेहनत आखिरकार रंग लाई। जिला प्रशासन ने आज हुई बैठक में इन विद्यार्थियों के नामांकन की प्रक्रिया को सोमवार से शुरु करने का आदेश संलिष्ट विद्यालयों को दिया है । धुपगुरी के प्रखंड विकाश कार्यालय में आज हुई बैठक में डी आई ने उपस्थित प्राचार्यों को इस प्रक्रिया को जल्द पुरा करने के निर्देश जारी करते हुए इस के लिए जरुरी शिक्षकों की बहाली करने का भी निर्णय लिया है।
आज की इस बैठक के संदार्भा में विस्तृत जानकारी देते हुए परिषद् के बानारहाट ईकाई के सभापति घुरण उरांव व सचिव विनोद तिग्गा ने बताया की परिषद् की मांगों को गंभीरता से लेते हुए जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने सोमवार से इस प्रकिया को शुरु करने का फैसला लिया । इसके तहत कक्षा ११ वीं के छात्रों को चामुर्ची के भारती पाठशाला में नामांकन देने की प्रक्रिया बानरहाट के आदर्श विद्या मन्दिर हिन्दी हाई स्कूल व कक्षा ९ वीं के छात्रों को बिन्नागुरी के जूनियर हाई स्कूल में भरती की प्रक्रिया बानरहाट के बालिका परिमल हिन्दी हाई स्कूल के द्वारा करने पर सहमति हुई है। उन्होंने बताया की इसके लिए भारती पाठशाला व बिन्नागुरी जूनियर हाई स्कूल में तिन पारा शिक्षकों को नियुक्त करने का आश्वाशन भी जिला के अधिकारियों ने दिया है। लगभग ढेड घंटे तक चली इस बैठक में हिन्दी विद्यालयों को और भी उन्नत करने की प्रक्रिया को जल्द पूरा करने का आवाशन उपस्थित अधिकारियों ने दिया । धुपगुड़ी के प्रखंड विकास कार्यालय में आयोजित इस बैठक में परिषद् की ओर से घुरण उरांव विनोद तिग्गा के अलावा वि डी ओ हरदीप सिंह , जिले के डी आई और बानरहाट थाने की आई सी व बानरहाट के चार विद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित थे ।
गौरतलब है की छात्रों की भरती की मांग को लेकर परिषद् की यह ईकाई लंबे अरसे से आन्दोलन करतीआ रही थी । आज की इस बैठक के नतीजों की सूचना इलाके में मिलते ही छात्रों में खुशी लहर दौड़ गई .

Thursday, August 6, 2009

भूटान में स्वाइन फ्लू के दो और मरीज पाये गए

जांच के चिकित्सा केन्द्रों में लोगो का ताँता
दुनिया के १६८ देशों की तरह पडोशी राष्ट्र भूटान में भी स्वाइन फ्लू ने पैर पसारना शुरूकर दिया है । हाल ही में इस फ्लू से संक्रमित होने के दो और मामले सामने आए है जिससे मरीजों की संख्या को बढ़ा कर छह कर दिया है। भूटान के स्वास्थ विभाग के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पाजिटिव पाये गए दोनों मरीज भूटान के स्थाई नागरिक है जिसमे से एक की उम्र ६५ साल व दुसरे की उम्र ३० साल है। गौरतलब है की पिछले महीने ही स्वाइन फ्लू के चार मामले पाये गए थे व सभी भूटानी नागरिक थे जिनमे से दो विदेशों में रहते है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देख कर भूटान के स्वास्थ विभाग में चिंता की लहर देखी जा रही है ।
दूसरी तरफ इस रोग के सन्दर्भ में विस्तृत जानकारी न होने की वजह से भूटान के विभिन्न चिकित्सा केन्द्रों में जांच के लिए लोगो की लम्बी कतारें देखी जा सकती है। भूटान के स्वास्थ्यविभाग के एक आधिकारी ने बताया की प्रतिदिन १० से पन्द्रह लोग जांच के लिए आते है व काफ़ी डरे हुए दिखते है । हालांकि विभाग ने लोगों से आतंकित न होने की अपील की है।

अ भा आ वि प द्वारा आहूत बंद से जनजीवन प्रभावित

जिला प्रशासन के अनुरोध पर अनिश्चितकालीन बंद वापस
लगभग ३०० छात्र छात्रायों को नामांकन नही मिलनेके विरोध में आज से अखिल भारतीय आदिवासी विकाश परिषद् की बानरहाट ईकाई द्बारा आहूत बानरहाट थाना अधीन क्षेत्रों के सभी सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय व शैक्षीक संस्थानों में अनिश्चितकालीन बंद का व्यापक प्रभाव देखा गया।इस दौरान इलाके के सभी सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय व शैक्षिक संस्थान बंद रहे। सुबह से ही परिषद् के समर्थकों व कार्यकर्तायों ने इलाके में पिकिटिंग कर विरोध प्रदर्शन किया। इस बंद से सड़क ,रेल यातायात व्यवस्था व दुकानों को दूर रखने की घोसना के बावजूद नाराज समर्थकों व कार्यकर्तायों ने कुछ देर के लिए सड़क यातायात को बंद कर अपनी नाराजगी जाहिर की। हालांकि जिला प्रसाशन द्वारा इस मुद्दे के समाधान को लेकर गुरुवार की दोपहर एक बैठक के आयोजन की सूचना मिलते ही इस बंद को वापस ले लिया गया।
इस सन्दर्भ में विस्तृत जानकारी देते हुए परिषद् के बानरहाट ईकाई के सभापति घुरण उरांव ने प्रभात ख़बर को बताया की आज दोपहर जिला प्रशासन ने एक पत्र भेज कर गुरुवार को इसी मुद्दे पर एक बैठक का आयोजन किया है जिसमे जिले के अधिकारियों के अलावा परिषद् के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे । साथ ही बानरहाट थाना अधीन इलाके के सभी हिन्दी विद्यालयों के प्रतिनिधिगन भी इस बैठक में हिस्सा लेंगे एव जिला प्रशासन के इस फैसले को ध्यान में रखते हुए आज इस बंद को वापश ले लिया गया। उन्होंने बताया की छात्रों के नामांकन की मांग से कोई भी समझौता परिषद् नही करेगा और यदि इस बैठक में कोई सार्थक परिणाम नही निकला तो परिषद् फिर से आन्दोलन की राह अपनाएगा ।
गौरतलब है की लगभग ३०० छात्र छात्रायों को भारत भूटान सीमा पर स्थित चामुर्ची भारती पाठशाला में नामांकन नही व उक्त विद्यालय को उन्नत करने की मांग में आज से अखिल भारतीय आदिवासी विकाश परिषद् की बानरहाट ईकाई ने बानरहाट थाना अधीन क्षेत्रों के सभी सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय व शैक्षीक संस्थानों में आज से अनिश्चितकालीन बंद का आवहान किया था ।

Wednesday, August 5, 2009

अखिल भारतीय आदिवासी विकाश परिषद् की बानरहाट ईकाई का अनिश्चितकालीन बंद का आवहान

लगभग ३०० छात्र छात्रायों को भारत भूटान सीमा पर स्थित चामुर्ची भारती पाठशाला में नामांकन नही मिलनेके विरोध में आज से अखिल भारतीय आदिवासी विकाश परिषद् की बानरहाट ईकाई ने आज से बानरहाट थाना अधीन क्षेत्रों के सभी सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय व शैक्षीक संस्थानों में आज से अनिश्चितकालीन बंद का आवहान किया है। इस ईकाई के सचिव विनोद तिग्गा ने बताया की यह ३०० छात्र छात्राएं हिन्दी भाषी है एव इन्हे ही हिन्दी माध्यम के विद्यालयों में दाखिला नही मिल पाना शर्मकी बात है व कई दफा संगठन ने जिला के प्रसाशनिक अधिकारियों से इस के समाधान की गुहार भी लगाई किंतु नातिज्का सिफर ही निकला । इस लिए मजबूर हो कर संगठन ने यह कदम उठाया है एव जब तक इन बच्चों को दाखिला नही मिल जाता तब तक यह आन्दोलन जारी रहेगा। उन्होंने बताया की जल्द ही सरकार ने इस को गंभीरता से नही लिया तो पुरे क्षेत्र में बंद का आवहान किया जाएगा।

Tuesday, August 4, 2009

भर्ति की प्रक्रिया शुरु न होने पर आन्दोलन की चेतावनी

लगभग ३०० छात्रों के चामुर्ची के भारती पाठशाला में दाखिल करने की कारवाई जल्द ही सुरु न होने की स्थिति में अखिल भारतीय आदिवासी विकाश परिषद् की बानरहाट शाखा बड़े आन्दोलन की राह अपनाएगी । उक्त आश्य की जानकारी परिषद् के बानरहाट शाखा के कार्यकारी सभापति पारशनाथ बराइक ने दी है। श्री बराइक के इन वक्तव्यों का समर्थन करते हुए सचिव विनोद तिग्गा ने चेतावनी दी है की स्थिति ख़राब होने पर इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की ही होगी।
गौर तलब है की कुछ दिन पहले ही परिषद् की इस शाखा के कर्मियों ने इन ३०० छात्र -छात्राओं के उक्त विद्यालय में भर्तिकी मांग को लेकर आन्दोलन करते हुए विद्यालय में विरोध प्रदर्शन के साथ सभी सरकारी दफ्तरों व विद्यायलयों में एक दिन का प्रतिकी बंद का पालन किया था। साथ ही सभी छात्रों की भर्ति हेतु जिला प्रशासन से जल्द कदम उठाने की मांग की थी जिसके बाद जिला प्रशासन ने समस्या के जल्द समाधान करने का आश्वासन भी दिया था। किंतु परिस्थिति जस की तस बनी हुई है।
अपनी मांगो के सन्दर्भ में विस्तृत जानकारी देते हुए श्री बराइक व तिग्गा ने बताया की डूआर्स को अनुसूचित जन जाती वाला क्षेत्र घोषित किए जाने के बावजूद यहाँ हर कदम पर वंचना की तस्वीर देखने को मिलती है व स्कूल भी इससे अछूते नही है। इस लिए परिषद् ने इन विद्यार्थियोंब की समस्या को देखते हुए आन्दोलन की रह अपनाई है । उन्होंने बताया की प्रसासनिक अधिकारियों के साथ हुई कई बैठकों में इस समस्या को गंभीरता के साथ परिषद् ने उठाया है किंतु किसी ने इस ओर ध्यान नही दिया है जिसकी वजह से परिषद् आन्दोलन की रह अपना रहा है। श्री तिग्गा के अनुसार अगर जल्द ही इस समस्या के समाधान के अधिकारियों ने सार्थक कदम नही उठाये तो परिषद् वृहतर आन्दोलन छेड़नेके लिए मजबूर हो जायेगा।
परिषद् की इस मांग के सन्दर्भ में धुपगुरी प्रखंड के विकाश पदाधिकारी हरदीप सिंह से चर्चा करने पर उन्होंने बताया की चामुर्ची भारती पाठशाला को उन्नत करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है किंतु इस से पहले ही इन छात्रों की भर्ति की प्रक्रिया आरम्भ करने का निर्देश जिला के शिक्षा दफ्तर को दिए गए है व जल्द ही इसके नतीजे सामने आयेंगे।



Saturday, August 1, 2009

बानरहाट को प्रखंड का दर्जा दिए जाने का मुद्दा ठंडे बस्ते में

बानरहाट प्रतिनिधि : विभिन्न राजनैतिक दलों द्वारा चुनावों के दौरान बानरहाट को प्रखंड का दर्जा दिए जाने का उठने वाला मुद्दा एक बार फिर ठंडे बस्ते में जाता दिख रहा है । आलम यह है की आज कोई भी दल इस मुद्दे के बारे में चर्चा करने पर दुसरे दल को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहा है। राजनैतिक दलों के इस व्यहार से साधारण लोगों में रोष व्यापत है।

गौरतलब है की धुपगुड़ी प्रखंड अधीन बानरहाट एक व दो नम्बर , चामुर्ची,बिन्नागुडी, sहकुअझोरा एक नंबर,शालबारी एक व दो नंबर के ग्राम पंचायतों को मिलाकर बानरहाट को प्रखंड घोषित करने की मांग इलाके में एक लंबे अरसे से चली आ रही है। कई दफा इस मांग को लेकर प्रसाशनिक अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपे जा चुके है । किंतु परिस्थिति जस की तस बनी हुई है। इससे इस मुद्दे को उठाने वाले राजनैतिक दलों का मानना था की इस मांग के पुरे होने से बानरहाट इलाके का सर्वांगीं विकाश होने के साथ ही इलाके में बढ़ रही बेरोजगारी की समस्या पर लगाम लगाने में कामयाबी हासिल होगी। किंतु इलाके के लोगों को सुनहरे सपने दिखाने वाले इन्ही दलों के नेतागण आज इस मुद्दे को भूल चुके हैं।

इस सन्दर्भ में बानरहाट कांग्रेस के ब्लाक सभापति बलराम राय से चर्चा करने पर उन्होंने बताया की बानरहाट को प्रखंड घोषित करने की मांग सर्व प्रथम बानरहाट ब्लाक कांग्रेस ने उठाये थे । किंतु चुनाव आयोग द्वारा लागु किए गए नए पुनर्विन्यास व्यवस्था की वजह से इस मुद्दे को पुरा करने में बाधा आ रही है। और इसके लिए राज्य सरकार ही जिम्मेदार है। उन्होंने एक बार फिर यह दावा किया की इस मांग को ले कर पहली बार कांग्रेस ने ही आवाज बुलंद की थी एवं आनेवाले दिनों में भी इसके लिए आवाज उठाती रहेगी। दूसरी तरफ़ बानरहाट व्यवसायी समिति के सचिव विजय बरुआ ने बताया की भले राजनैतिक दलों ने इस मुद्दे को ठंडे बस्ते में डाल दिया हो किंतु व्यवसायी समिति इस मांग को bhulane वाली नही है एवं इसके लिए prasaasanik aadhikaarion से baatchit जारी है।